हाल ही में दरियागंज से एक ऐसी घटना सामने आई है जिसने सभी को दुविधा में डाल दिया है। इसके अलावा यह आयोजन हर माता-पिता के लिए भी समान रूप से प्रेरणादायक है। छोटी बच्ची की कहानी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है और हर कोई बच्ची का इलाज करने वाले डॉक्टर की तारीफ कर रहा है। दरियागंज निवासी फरीन दो सप्ताह पहले अपनी 11 माह की बेटी जकीरा को लेकर लोकनायक अस्पताल पहुंची थी। पैर में फ्रैक्चर के कारण बच्ची बहुत रो रही थी और न तो डॉक्टर और न ही उसकी मां जकीरा को नियंत्रित कर सकीं।
आखिरकार उसकी माँ ने डॉक्टर को गुड़िया अपने पास रखने का सुझाव दिया। ये वो गुड़िया थी जो हर समय जकीरा के साथ रहती थी और जकीरा इस गुड़िया के साथ खूब खेलती थी और अपना दोस्त मानती है। जकीरा शांत हो गई और अस्पताल में अपनी गुड़िया को देखकर खुश हो गई।
लेकिन जकीरा अपने पैरों पर पट्टी बांधने के लिए तैयार नहीं थी, इसलिए डॉक्टर को उस समय यह विचार आया कि गुड़िया को भी पट्टी बांधकर जकीरा के पास रख दिया जाए। जकीरा अपनी गुड़िया की हालत अपनी ही तरह देखकर बहुत खुश हुई और अस्पताल के बिस्तर पर गुड़िया के साथ सो गई। उपस्थित लोग यह सब देखकर नाराज हो गए लेकिन डॉक्टर को बाल मनोविज्ञान और ऐसे मामलों में बच्चों के साथ कैसा व्यवहार करना है वो सब कुछ पता था।
अस्पताल के हड्डी रोग विशेषज्ञ के मुताबिक मासूम बच्चे किसी भी तरह की चोट लगने की स्थिति में अपनी भावनाओं को व्यक्त करने की स्थिति में होते हैं। ऐसे में बाल मनोविज्ञान काफी हद तक काम आता है। दुनिया भर में हुए कई शोधों में यह बात साबित हो चुकी है। हालांकि, इस तरह के मामले कम ही देखने को मिलते हैं, इसलिए चिकित्सा विज्ञान में इस मामले को अब ‘बेबी जकीरा’ के नाम से जाना जाएगा।
डॉक्टर भी मामले को अध्ययन के रूप में पेश कर विश्व पटल पर ले जाने की तैयारी कर रहे हैं। भारत से बेबी जकीरा केस को एक अध्ययन के रूप में रखा जाएगा जिसमें दुनिया भर के बाल रोग विशेषज्ञ एक साथ आएंगे और एक अद्भुत मामले का प्रदर्शन करेंगे। इसके अलावा मेडिकल छात्रों के लिए केस को प्रैक्टिकल नॉलेज में भी रखा जाएगा, ताकि बच्चों के इलाज को आसान बनाया जा सके।
जिस डॉक्टर ने जकीरा को काबू में करने के लिए ये टोटका किया उसकी देशभर में तारीफ हो रही है। फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप जैसे सोशल मीडिया पर डॉक्टर की काफी तारीफ हो रही है।
इस घटना पर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी खुशी जाहिर की है। अरविंद जी ने कहा कि उन्हें हमारे डॉक्टरों से बहुत सुखद समाचार मिला है। वास्तव में डॉक्टर जनस्वास्थ्य सिस्टम का नींव है। ऐसे डॉक्टरों को सलाम जो आम लोगों की सेवा करते हैं.”